Monday 2 January 2017

जोडकर और अनुरुपकता के अनुसार लिखिए-हिंदी वल्लरी 10 वीं कक्षा

* गिल्लू :- (जोडकर)
गिल्लू पाठ - रेखाचित्र
गिल्लू पाठ की लेखिका – महादेवी वर्मा
आधुनिक मीरा - महादेवी वर्मा
महादेवी वर्मा – ज्ञानपीठ पुरस्कार – 1982 – यामा को
गिल्लू यानी – गिलहरी
गिल्लू का प्रिय खाद्य – काजू
गिलहरी की – चमकीली आँखें
गिलहरी की जीवन अवधि – दो वर्ष
·        कर्नाटक संपदा :- (जोडकर)
कर्नाटक संपदा पाठ – निबंध
कर्नाटक के पश्चिम में – अरबी समुद्र
कर्नाटक – चंदन का आगार
कर्नाटक के दक्षिण से उत्तर की छोर तक – पश्चिमी घाट
कर्नाटक के दक्षिण में – नीलगिरी पर्वत
कर्नाटक की राजधानी – बेंगलूरु
सिलीकान सिटी – बेंगलूरु
डॉ. सी.एन.आर. राव – भारत रत्न – 2013
श्रवणबेलगोल – गोमटेश्वर (बाहुबली) की प्रतिमा – 57 फूट
बसवण्णा – क्रन्तिकारी समाज सुधारक
गोलगुंबज में – वास्तुकाला
बेलूर के शिल्पों में – शिल्पकला
·        आत्मकथा :- (अनुरुपता)
आत्मकथा – आत्मकथांश
आत्मकथा पाठ के लेखक – भिष्म साहनी
रेस्तराँ का मालिक – चीनी
साहनी अध्यापन के साथ-साथ – कपडे का व्यापार
साहनी जी को प्रेरणा मिली – अंग्रेजी अध्यापक से
साहनी ने गांधीजी को देखा – सेवाग्राम में
साहनी ने खादी का कुर्ता पहना – विद्रोह के लिए
साहनी की बुआ की बेटी – श्रीमती सत्यवती मलिक
साहनी जी की घर का वातावरण – साहित्यिक
भाग्यरेखा – भीष्म साहनी
·        ईमानदारों के सम्मेलन में :- (जोडकर)+(अनुरुपता)
ईमानदारों के सम्मेलन में पाठ के लेखक – हरिशंकर परसाई
ईमानदारों के सम्मेलन में की विधा – व्यंग्य
देश के प्रसिध्द ईमानदार – लेखक (हरिशंकर परसाई)
सम्मेलन के उद्घाटक, मुख्य अतिथि - लेखक (हरिशंकर परसाई)
हिंदी के व्यंग्य साहित्यकार - हरिशंकर परसाई

होटेल के कमरे में – तिस-पैंतीस प्रतिनिधि
ब्रीफकेस में – कागजात थे
तीसरे दिन – कंबल गायब
पहले दिन – लेखक की चप्पले गायब
लेखक की चप्पलें – ईमानदार डेलिगेट ने पहनी थी
पहनने के कपडे – सिरहाने दबाकर सोये
सम्मेलन का उद्घाटन – शानदार हुआ
धूप का चश्मा – कमरे के टेबुल पर
·        साहित्य सागर का मोती :- (अनुरुपता)
साहित्य सागर का मोती एक – साक्षात्कार है
डॉ. चंद्रशेखर कंबार – ज्ञानपीठ पुरस्कार – 2010 – समग्र साहित्य
जन्म – घोडगेरी (हुक्केरी बेलगांव)
घोडगेरी – घटप्रभा नदी के तट पर
कंबार की शिक्षा – एम.ए., पी.एच.डी. – कर्नाटक विश्वविद्यालय धारवाड
लोकसाहित्य में रुचि – पौराणिक प्रसंगों को सुनकर
प्रोफेसर – दो वर्ष – अमेरीका के शिकागो विश्वविद्यालय
संस्थापक/उपकुलपति – कन्नड विश्वविद्यालय हंपी
हिन्दी हमारी – राष्ट्रभाषा है
आपसी व्यवहार के लिए – हिंदी सीखना जरूरी है
·        अभिनव मनुष्य :- (अनुरुपता)
अभिनव मनुष्य कविता के कवि – रामधारीसिंह दिनकर
रामधारीसिंह दिनकर – ज्ञानपीठ पुरस्कार – 1972 – उर्वशी को
आधार ग्रंथ – कुरुक्षेत्र का षष्ठ सर्ग
आधुनिक मनुष्य – प्रकृति पर विजय
मनुष्य की साधना का वर्णन – अभिनव मनुष्य
·        सूरश्याम :- (जोडकर)
सूरश्याम कविता के कवि – सूरदास
सूरदास – हिंदी साहित्याकाश के सूर्य
यशोदा – कृष्ण की माता
नंद – कृष्ण के पिता
यशोदा-नंद – गोरे
कृष्ण – काला, स्याम
बलराम – कृष्ण के भैया
चुटकी दे-देकर – ग्वाल हंसते



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