Saturday 31 October 2015

विशेषण

जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता है, उसे विशेषण कहते हैं।
विशेषण के भेदः
विशेषण के चार भेद होते हैं-
1.गुणवाचक विशेषण
2.संख्यावाचक विशेषण
3.परिमाणवाचक विशेषण
4.सार्वनामिक विशेषण
1.गुणवाचक विशेषणः
    संज्ञा या सर्वनामके गुण या दोष का बोध करानेवाले शब्द को गुणवाचक विशेषण कहते हैं।
जैसेः बड़ा,छोटा,काला, लंबा, मोटा, कडुआ,नमकीन-आदि.
2.संख्यावाचक विशेषणः
संज्ञा या सर्वनाम के संख्या का बोध करानेवाले शब्द को संख्यावाचक संज्ञा कहते हैं।
जैसेःएक दो,तीन पौना, डेढ़-आदि।
संख्यावाचक विशेषण के दो भेद हैं-
क.निश्चय संख्यावाचक विशेषण
जैसे- दो लोग,चार हाथी, पाँच लड़के- आदि
ख.अनिश्चय संख्यावाचक विशेषण
जैसेः हजारों लोग,
3.परिमाणवाचक विशेषणः
संज्ञा या सर्वनाम के परिमाण का बोध करानेवाले शब्द को परिमाणवाचक सर्वनाम कहते हैं।
जैसेः चार मीटर कपड़ा,चार सेर दूध, पाँच किलो चावल।
क.निश्चय परिमाणवाचक विशेषण
जैसे- दो लीटर दूध ,चार किलो चावर, पाँच सेर घी- आदि
ख.अनिश्चय परिमाणवाचक विशेषण
जैसेः कुछ पानी, बहुत चावल,
4.सार्वनामिक विशेषण/सेकेतवाचक विशेषण
जो सर्वनाम विशेषण की तरह प्रयुक्त होते हैं, उन्हें सार्वनामिक विशेषण कहते हैं।
जैसेःजो लड़का,कोई चीज़,कुछ फल-आदि।
(सूचनाः यहाँ पहले विशेषण का सामान्य परिचय देने का प्रयास किया गया है। आगे इसके संबंध में विस्तृत जानकारी देने का प्रयास किया जायेगा।)
डॉ.एस.विजी


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